वही हिंदी हमारी राजभाषा है. (2)

भंगड़े की अदाओं में बिहू  के रंग भर 
भरत नाट्यम से कत्थक को मिलाती जो,       
गरबे से मिला कर ओडिसी की ताल को 
सभी सुर ताल लेकर साथ चलती जो 
वही हिंदी हमारी राजभाषा है । 

उड़ा कर वादियों की क्यारियों से केसरी खुशबू 
दक्षिण के हरे सागर तटों  पर छोड़ आती  
पांच नदियों से उठा कर वीरता का जल 
लोहित मे मिला कर एक करती जो 
वही हिंदी हमारी राजभाषा है . .............

जवानों से किसानों की जुबानों तक बसी
देश से परदेश तक छाई
सोशल मीडिया पर राज करती जा रही जो    
कोरा, फेसबुक, ई मेल की पहली पसंद है जो     
वही हिंदी हमारी राजभाषा है...........................

संस्कृत के परिष्कृत व्याकरण की खाद पाकर
प्राकृत और तत्सम तद्भवों के रसों को घोल कर  
संस्कृत,  फारसी,अरबी व , उर्दू और अंग्रेजी समेटे     
हर किसी को आ गई  है  रास जो 
वही हिंदी हमारी राजभाषा है ....................

दफ्तरों में काम की भाषा यही है.
संसद से सड़क तक राज है जिसका   
हिंद की है बन गई पहचान जो
मधुर है, कर्ण प्रिय है, बोलने में है सरल जो
वही हिंदी हमारी राजभाषा है..................................


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डॉ. दिनेश चंद्र थपलियाल

I like to write on cultural, social and literary issues.
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