बढ़े चलो..



बढ़े चलो बढ़े चलो बढ़े चलो महारथी
              महान भूमि एक बार फिर तुम्हें गुहारती
              करो स्वतंत्र रामजन्म भूमि को महारथी
              चुनाव यज्ञ का पुन: पवित्र पर्व आ गया
              सुनो कि पांचजन्य का  शंख नाद हो गया
हरेक राज्य से तुम्हें चुनौतियां पुकारतीं
 बढ़े चलो बढ़े चलो बढ़े चलो महारथी
              तुम्हें मदन लाल और उमा बहन पुकारते
              शत्रुघन बिहार में तुम्हारी राह ताकते
 मित्र वेश में छिपे शत्रु ही समक्ष हैं
 तुरंत हांक ले चलो रथी जहां त्रिगर्त हैं
        विजय तुम्हारी आरती क्यों नहीं उतारती
        बढ़े चलो बढ़े चलो बढ़े चलो महारथी
 राम के स्थान पर प्रमोट आप हो गये
 हैं लक्ष्मण भी आपके तुरंत चुन लिये गये
        खड़ाउं राज आपका भरत चला रहे प्रभो
       ये वन प्रवास काल खत्म शीघ्र ही करो प्रभो

  
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डॉ. दिनेश चंद्र थपलियाल

I like to write on cultural, social and literary issues.
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